अज्ञेय जितना तुम्हारा सच है; अज्ञेय की सौ कविताओं का एक आत्मीय संचयन / jitna tumhara sach hai agai अज्ञेय:/यतीन्द्र मिश्र द्वारा संपादित - नई दिल्ली वाणी प्रकाशन 2011 - 168पृ. 22सेमी (सजिल्द) ISBN: 9789350007273 295.00 Source: DBAD / PUB LCCN: HIN-93901 Subjects--Topical Terms: हिन्दी कविताhindi poetry Dewey Class. No.: 821